PM Bima Sakhi Yojana : केंद्र सरकार महिलाओं को सशक्त और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर साल नई-नई योजनाएं बनाती रहती है। 9 दिसंबर 2024 को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी ने नई योजना शुरू की जिसका नाम प्रधानमंत्री बीमा सखी योजना (PM Bima Sakhi Yojana) है। केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना का लक्ष्य 18 से 70 वर्ष की आयु वर्ग की ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करना है।
इस योजना के तहत, महिलाओं को तीन वर्ष निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। और स्टाइपेंड भी मिलेगा । जिससे महिलाओं के बीच बीमा के प्रति प्रोत्साहित होंगी
इस ब्लॉग लेख में हम जानने वाले हैं कि LIC Bima Sakhi Yojana का लाभ उठाने के लिए आवेदन कैसे करें? इसके पात्रता और आवश्यक दस्तावेज क्या होनी चाहिए ? और पैसे कब से मिलेंगे। पूरी जानकारी विस्तार से बताऊँगा, चलिए शुरू करते हैं।
बीमा सखी योजना क्या है?
केंद्र सरकार ने गरीब परिवार की महिलाओं को सशक्त और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए बहुत अच्छे कदम उठाए हैं। LIC की तरफ से खास महिलाओं के लिए बीमा सखी योजना का शुभारंभ किया गया है, इस योजना के तहत 18 से 70 वर्ष की महिलाओं को लाभ उठा पाएगी। आवेदन करने वाली महिलाओं को 3 साल की ट्रेनिंग दी जाएगी, ट्रेनिंग के दौरान स्टाइपेंड भी दिया जाएगा। LIC बीमा योजना के सभी पहलुओं को पूरी डिटेल में बताया जाएगा। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद महिलाएं LIC एजेंट के रूप में काम कर सकती हैं।
पैसे कब और कितना मिलेगी
Bima Sakhi Yojana में सीधे तौर पर पैसे नहीं दिए जाते हैं, बल्कि महिलाओं को एलआईसी एजेंट के रूप में प्रशिक्षित किया जाता है। इस प्रशिक्षण के दौरान उन्हें हर महीने एक निश्चित राशि स्टाइपेंड के रूप में दी जाती है। इसमें पहले वर्ष 7000 रुपये, दूसरे वर्ष 6000, और तीसरे वर्ष 5000 रुपये प्रतिमाह मिलेगी, इस प्रकार ट्रेनिंग पीरियड के दौरान लगभग 2 लाख से ज्यादा मिलेगी। जब वे बीमा पॉलिसियां बेचती हैं तो उन्हें कमीशन भी मिलता है।
बीमा सखी योजना आवेदन के लिए पात्रता
Bima Sakhi Yojana का लाभ उठाने के लिए कुछ विशिष्ट मानदंडों को पूरा करना आवश्यक है। ये मानदंड योजना के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए निर्धारित किए गए हैं।
- भारतीय नागरिकता: आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- आयु: अधिकांश योजनाओं में आवेदक के लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम आयु 60 या 70 वर्ष निर्धारित की गई है। लेकिन, यह आयु सीमा राज्य या बीमा कंपनियों के अनुसार अलग-अलग हो सकती है।
- शैक्षणिक योग्यता: आमतौर पर, आवेदक को कम से कम 10वीं पास होना चाहिए। कुछ योजनाओं के लिए उच्च शैक्षणिक योग्यता की आवश्यकता हो सकती है।
- निवास: आवेदक ग्रामीण या अर्ध-शहरी क्षेत्र का निवासी होना चाहिए।
- अन्य: कुछ योजनाओं में अन्य मानदंड हो सकते हैं, जैसे आय सीमा या जाति।
प्रधानमंत्री बीमा सखी योजना
योजना का नाम | प्रधानमंत्री बीमा सखी योजना |
लाभार्थी | 10वीं पास की महिलायें |
आवेदन प्रक्रिया | Online |
LIC आधिकारिक वेबसाईट | https://licindia.in/ |
भारत सरकार आधिकारिक वेबसाईट | https://www.india.gov.in/ |
पीएम बीमा सखी योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
Bima Sakhi Yojana के लिए आवेदन करते समय कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों की आवश्यकता होती है। ये दस्तावेज आपकी पहचान, आयु, शैक्षणिक योग्यता और निवास के प्रमाण के रूप में कार्य करते हैं।
1. पहचान पत्र:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- पासपोर्ट मतदाता पहचान पत्र ।
2. आयु प्रमाण:
- जन्म प्रमाण पत्र
- दसवीं की मार्कशीट
- पासपोर्ट
3. शैक्षणिक योग्यता का प्रमाण:
- दसवीं की मार्कशीट
- बारहवीं की मार्कशीट
- स्नातक की डिग्री
4. निवास प्रमाण:
- राशन कार्ड
- बिजली बिल
- पानी का बिल
- टेलीफोन बिल
- मतदाता पहचान पत्र
पीएम बीमा सखी योजना आवेदन कैसे करे ?
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले आपको भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की आधिकारिक वेबसाइट https://licindia.in/ पर जाना होगा।
- आवेदन लिंक ढूंढें: वेबसाइट पर आपको “ Bima Sakhi Yojana के लिए आवेदन करें” या इसी तरह का एक लिंक मिलेगा। उस पर क्लिक करें।
- आवेदन फॉर्म भरें: आपके सामने एक आवेदन फॉर्म खुलेगा। इस फॉर्म में आपको अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, जन्मतिथि, पता, शैक्षणिक योग्यता आदि भरनी होगी।
- दस्तावेज अपलोड करें: आवेदन फॉर्म भरने के बाद आपको कुछ आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, शैक्षणिक योग्यता का प्रमाण पत्र आदि अपलोड करने होंगे।
- सबमिट करें: सारी जानकारी भरने और दस्तावेज अपलोड करने के बाद आपको फॉर्म सबमिट करना होगा।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री बीमा सखी योजना (PM Bima Sakhi Yojana) एक महत्वपूर्ण योजना है जो महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण में मदद कर रही है। इस योजना से महिलाओं को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है। साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में बीमा जागरूकता भी बढ़ रही है।